माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने के उपाय

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 नमस्कार दोस्तों, आप सभी का स्वागत है,

दोस्तों, माता का दुध हर बालक के लिए अमृत समान लाभकारी होता हैं, माता के दुध में सभी प्रकार के विटामिन्स, मिनरल्स, और बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं जो छोटे बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं, इससे छोटे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है,
 अगर माताओं में दूध की कमी है तो बच्चे का ठीक तरह से पोषण नहीं हो पाता है और बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बहुत ही धीरे धीरे होता हैं, बच्चों में कुपोषण बढता है इससे वे कमजोर हो जाते हैं,
हमारे प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथों में माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने के बहुत ही बढ़िया उपाय बताएं हैं जिससे बिना किसी साईड इफेक्ट के माताओं में दूध की मात्रा बढ़ती हैं और बच्चों का ठीक तरह से पोषण मिलने के कारण उनका शारीरिक और मानसिक विकास पुरी तरह से होता है
तो दोस्तों चलिए जानते हैं माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने के जबरदस्त उपायों के बारे में:-

1) शतावरी (Asparagus racemosa) :- माताओं में दूध बढ़ाने के लिए शतावरी का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता हैं शतावरी में कई तरह के विटामिन्स, मिनरल्स और पोषक तत्व होते हैं जो कि माताओं में दूध बढ़ाने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं, एक चम्मच शतावरी का चूर्ण और एक चम्मच मिश्री दुध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से माताओं में दूध की मात्रा काफी तेजी से बढ़ने लगती हैं इससे माताओं का भी पोषण बढता है और दुध भी काफी तेजी से बढ़ने लगता हैं।

2) बादाम (Almond) :- बादाम का सेवन करने से भी माताओं में दूध की मात्रा बढ़ती हैं, बादाम में मौजूद कई तरह के पोषक तत्व माताओं को पोषित करके उनमें दुध की वृद्धि करते हैं, रोजाना 4-5 बादाम चबाकर खाने से और उपर से एक ग्लास दूध पीने से कुछ ही दिनों में माताओं में दूध की कमी पुरी तरह से दूर होती हैं।

3) सौंफ (Anise seeds) :- जीन माताओं में दूध की मात्रा कम हो उनके लिए सौंफ का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता हैं सौंफ में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं, एक चम्मच सुबह-शाम सौंफ और मिश्री मिलाकर दूध के साथ खाने से दूध की मात्रा बढ़ाने लगती हैं।

4) खसखस ( Poppy seeds) :- खसखस में भरपुर मात्रा में कई विटामिन्स, मिनरल्स और प्रोटिन्स पाएं जाते हैं जो दूध की मात्रा बढ़ाने में काफी सहायक होते हैं, सुबह-शाम एक चम्मच खसखस का पावडर मिश्री मीलाएं दूध के साथ सेवन करने से माताओं की शारीरिक कमजोरी दूर होती हैं और उनका पोषण बढता है और दुध की वृद्धि होती हैं।

5) चंद्रशुर के बिज ( Lepidium sativum) :- चंद्रशुर के बिज माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए बहुत ही जबरदस्त औषधि हैं, एक चम्मच सुबह-शाम चंद्रशुर के बिजों का पावडर मिश्री और दूध के साथ लगातार सेवन करने से माताओं में होने वाला कमर दर्द, सायटिका, जोड़ों का दर्द,वात रोग ठीक होते हैं और दुध की मात्रा बढ़ती हैं।  

6) नागरमोथा (Cyperus rotunduns) :- नागरमोथा पर्याय: हर जगह आसानी से पर्याप्त होता है, जो कि माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने में बहुत ही फायदेमंद होता हैं, एक चम्मच सुबह-शाम नागरमोथा के कंद का पावडर मिश्री और दूध के साथ कुछ दिनों तक सेवन करने से माताओं में दूध की मात्रा बढ़ती हैं और वात रोग ठीक होते हैं।

7) आरारुट ( arrow root) :- माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए आरारुट का सेवन बहुत ही बढ़िया होता है यह पंसारीयों के पास आसानी से मिल जाता हैं, आरारुट का पावडर 100 ग्राम, शक्कर 100 ग्राम और दूध 250 मीली लेकर उसकी खीर बनाकर सुबह-शाम खाने से माताओं की हर प्रकार की कमजोरी दूर होकर दूध की मात्रा बढ़ती हैं

8) बिदारी कंद (Pueraria tuberosa):- जीन माताओं के शरीर में भयंकर खून की कमी है, शरीर पुरी तरह से कमजोर हो गया है तो ऐसे में बिदारी कंद का पावडर मिश्री और दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से माताओं की हर प्रकार की कमजोरी दूर होती हैं और दुध की मात्रा काफी तेजी से बढ़ती हैं

तों दोस्तों यह थी कुछ महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधियां जिससे माताओं में दूध की मात्रा बढ़ती हैं और इससे बच्चों का पुरी तरह से पोषण होकर उनका शारीरिक और मानसिक विकास बहुत ही अच्छी तरह से होता है।

तों दोस्तों इस आर्टिकल में ईतना ही मिलते हैं अगले आर्टिकल में एक और जानकारी के साथ यह आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।