प्रदोष और शिवरात्रि पर बनेगा सर्वार्थसिद्धियोग हर मनोकामना पूरी होगी( 29- 30 January pradosh aur shivratri Pooja muhurt):-

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Pradosh Vrat 30 January 2022: सबसे महत्वपूर्ण और सभी कार्यों को सिद्धि प्रदान करने वाला योग सर्वार्थसिद्धीयोग  भगवान में शिव जी के दो व्रतों का संयोग होने जा रहा हैं इस योग पर अगर आप भगवान शिव की आराधना करेंगे तो आप पर निश्चित ही भगवान शिव की असीम कृपा होगी और आप के सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी।

Pradosh vrat muhurt in 2022:-(प्रदोष व्रत मुहुर्त २०२२:-
Pradosh Vrat 2022 (प्रदोष व्रत मुहुर्त२०२२):-

 दोस्तों इस माघ मास में भगवान शिव के दो व्रत एक ही दिन पड़ने वाले हैं. प्रदोष व्रत के बाद मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा. हमारे पंचांग के अनुसार मासिक शिवरात्रि पर आधी रात को सर्वार्थ सिद्धि योग में भगवान शिव की पूजा होगी. सर्वार्थ सिद्धि योग में शिव जी के दो व्रतों का संयोग भक्तों को कई गुना अधिक फल प्रदान करेगा।

सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा शिव जी का पूजन

प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि एक ही दिन

Magh Maas Pradosh Vrat 2022: दोस्तों भगवान कलयुग में भगवान शिव के सभी व्रतों में श्रेष्ठ और शिघ्र फलदाई व्रत प्रदोष और शिवरात्रि इस बार 30 जनवरी 2022 दिन रविवार को है. इस दिन प्रदोष काल में ( 5;30- से 7:00 बजे तक) भगवान शिव की पूजा करने के बाद रात्रि में  शिवरात्रि की पूजा होगी.  इस दिन आधी रात को सर्वार्थ सिद्धि योग में भगवान शिव की पूजा होगी. सर्वार्थ सिद्धि योग में शिव जी के दो व्रतों का संयोग भक्तों को कई गुना सिद्ध फल प्रदान करेगा।

प्रदोष व्रत एवं मासिक शिवरात्रि की तिथि(maagh Maas me pradosh aur shivratri vrat pooja muhurt kab hai):-

हमारे पंचांग के अनुसार इस माघ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 29 जनवरी को रात 8 बजकर 37 मिनट पर  शुरु हो रही है, इसका समापन 30 जनवरी को शाम 5 बजकर 26 मिनट पर हो रहा है. इसमें में प्रदोष व्रत 30 जनवरी दिन रविवार को रखा जाएगा. रविवार को त्रयोदशी तिथि की वजह से इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाता है. वहीं रविवार को ही शाम 5 बजकर 27 मिनट पर  चतुर्दशी तिथि शुरू हो रही है, ​जो अगले दिन 31जनवरी को दोपहर  2 बजकर 14 मिनट तक रहेगी. शिवरात्रि की पूजा का मुहूर्त रात्रि प्रहर का होता है, ऐसे में माघ की मासिक शिवरात्रि भी 30 जनवरी को है.

पूजा मुहूर्त( pradosh vrat aur shivratri vrat pooja muhurt):-

प्रदोष व्रत 2022 पूजा मुहूर्त(pradosh vrat muhurt)- 30 जनवरी, शाम 6 बजे से रात 8.05 बजे तक

 शिवरात्रि 2022 पूजा मुहूर्त(shivratri vrat pooja muhurt 2022):--  30 जनवरी, रात 11.20 बजे से देर रात 1.18 बजे तक

रवि  प्रदोष व्रत की पूजा विधि (Ravi Pradosh Vrat puja vidhi)

शिव मन्दिरों में शाम के समय प्रदोष काल में शिव मंत्र का जाप करें. रवि प्रदोष के दिन सूर्य उदय होने से पहले उठें और स्नान करके साफ कपड़े पहनें. स्नान के बाद सबसे पहले भगवान सूर्य को जल अर्पित करें.  फिर गंगा जल से पूजा स्थल को शुद्ध कर लें. बेलपत्र, अक्षत, दीप, धूप, गंगाजल आदि से भगवान शिव की पूजा करें. इसके बाद ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें और शिव को जल चढ़ाएं. 

मासिक शिवरात्रि पूजा और व्रत विधि (Masik Shivratri Vrat Puja Vidhi)

मासिक शिवरात्रि पर शुभ मुहूर्त में शिव जी का रुद्राभिषेक जल, शुद्ध घी, दूध, शक़्कर, शहद, दही आदि से करें. शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल चढ़ाएं. ध्यान रहे कि बेलपत्र अच्छी तरह साफ़ किये होने चाहिए. भगवान शिव की धुप, दीप, फल और फूल आदि से पूजा करें. शिव पूजा करते समय आप शिव पुराण, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ करें. अगले दिन भगवान शिव की पूजा करें और दान आदि करने के बाद अपना उपवास खोलें।