डायबिटीज़ दुर करने के 5 आयुर्वेदिक घरेलू उपाय

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नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है।

दोस्तों आज हम बात करेंगे कुछ आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों के बारे में जो की डायबिटीज़ के लिए जबरदस्त लाभकारी है।

दोस्तों आजकल के गलत खान-पान,आरामदायी जीवनशैली, शारीरिक श्रम के प्रति आलस्य, आदि कई प्रकार के कारण से हर घर में डायबिटीज़ का पेशंट जरूर पाया जाता हैं। आजकल हर कोई व्यक्ति कम श्रम करके ज्यादा फायदा सोच रहा है लेकिन यह सोच शरीर के स्वास्थ्य के लिए कीतनी खतरनाक हो सकती हैं इसके बारे में कोई भी नहीं सोच रहा है। हम जीतना अधिक शारीरिक श्रम करेंगे उतनी ही ज्यादा मात्रा में हमारी केलरीज भी खर्च होती हैं। जीससे हमारे शरीर की शर्करा नियंत्रित होती हैं। हम प्रतीदिन जीतनी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं उतनी ही मात्रा में शरीर में केलरीज भी तैयार होती हैं। और यह केलरीज हमारी थकान दूर करके कार्य करने की क्षमता को बढाती हैं और हमें सदा एक्टिव बनाएं रखती हैं।

 लेकिन अगर हम ईस केलरीज को खर्च नहीं करते हैं यानी हम परिश्रम नहीं करते हैं तो दिन ब दिन यह केलरीज हमारे शरीर में जमा होती रहती हैं और एक दिन यह डायबिटीज़ का रूप धारण कर लेती हैं। इसीलिए हम नित्यप्रति जीतने कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं उतना ही हमें परिश्रम करके उसको पसीने के साथ खर्च भी करना जरूरी है।

 वैसे तो डायबिटीज़ के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे अनुवांशिकता, पॅनक्रीया का कमजोर होना आदि। लेकिन ईन सभी कारणों में सबसे महत्वपूर्ण कारण है केलरीज का बढना ईसके लिए डायबिटीज़ के रोगीयों को दवाओं के साथ परिश्रम करना भी जरूरी है।

तो दोस्तों हम आपको कुछ महत्वपूर्ण घरेलू नुस्खे बतायेंगे जो पुरी तरह से आयुर्वेदिक है और निरापद भी है। जीससे आपकी शर्करा की मात्रा काफी हद तक नियंत्रित रहेगी।

 कुछ महत्वपूर्ण घरेलू नुस्खे:-

1) आम के कोमल पत्तों को छाया में सुखाकर चूर्ण बनाकर रखें इसमें से एक चम्मच चूर्ण को पानी के साथ सुबह शाम लेने से कुछ ही सप्ताह में शर्करा की मात्रा कम होती हैं।

2) गेंदे के पत्तों का रस लगभग 20 ग्राम सुबह खाली पेट लगातार पीने से कुछ ही सप्ताह में शुगर नियंत्रित हो जाती हैं। साथ ही अगर पेशाब के साथ भी शर्करा निकल रही हैं तो भी इससे ठीक होती हैं।

3) जामुन की गुठलियों को छाया में सुखाकर चूर्ण बनाकर रखें इसमें से एक चम्मच चूर्ण सुबह खाली पेट और शाम को लगातार सेवन करने से कुछ ही दिनों में शुगर की मात्रा नियंत्रित हो जाती हैं।

4) गीलोय का रस लगभग 20 ग्राम सुबह खाली पेट और शाम को सोते समय लेने से भी रक्त में स्थीत शर्करा की मात्रा कम हो जाती हैं।

5) बबुल के पत्ते और कच्ची फलियों को छाया में सुखाकर चूर्ण बनाकर रखें इसमें से एक चम्मच चूर्ण को पानी के साथ सुबह खाली पेट सेवन करने से कुछ ही दिनों में शुगर की मात्रा नियंत्रित हो जाती हैं।

तों दोस्तों यह थे कुछ घरेलू उपाय इसका उपयोग करके आप अपने डायबिटीज को नियंत्रित रख सकते हैं।