7 दिन में हिमोग्लोबिन बढ़ाने के बेहतरीन उपाय

नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है।

 दोस्तों आज हम आपको हिमोग्लोबिन बढ़ाने के बेहतरीन घरेलू नुस्खे बतायेंगे जीससे केवल एक सप्ताह में हीं आपके शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा जरूर बढेगी।

 दोस्तों सबसे पहले बात करते हैं की हिमोग्लोबिन आखीर क्या होता हैं और शरीर में ईसकी मात्रा कम होने से कौनसी बिमारियां उत्पन्न हो सकती हैं।

दोस्तों हिमोग्लोबिन शब्द दो शब्दों से बना हुआ है 'हिमो' और 'ग्लोबिन' । हिमो- का मतलब है लोह का अंश और ग्लोबिन-  का मतलब है ग्लोबुलीन यानी यह एक प्रकार का प्रोटीन है। कहने का तात्पर्य यह है की जब लोह(आयर्न) और ग्लोबुलीन प्रोटीन का एक साथ संयोग होता हैं तब जाकर हिमोग्लोबिन शरिर में तैयार होता हैं। यह हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण घटक है। हिमोग्लोबिन के कारण ही हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रत्येक भाग में रक्त के द्वारा ऑक्सीजन मीलता है। जीस पर हमारा जीवन टिका हुआ है। इसीलिए हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा संतुलित रहना अनिवार्य हैं।

अगर किसी व्यक्ति के शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा कम हो गई है तो उसे निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं।

1) हाथ पांव में थकान।

2) श्वास लेने में कठिनाई।

3) नजर कमजोर होना। आंखों के सामने अंधेरा छा जाना।

4) भुख की कमी।

5) पेट में अल्सर होना।

6) व्यक्ती में चिड़चिड़ापन तथा निंद न आना

7) Anemia:- शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा कम होने से व्यक्ति एनीमिया का शिकार हो सकता हैं। जिसमें व्यक्ती का पुर्ण शरीर निस्तेज और पिला पड जाता हैं।उसे थोड़ा चलने फिरने से ही थकान महसूस होती हैं। यह रोग ज्यादातर महिलाओं में अधिक होता हैं । गर्भावस्था में अगर महिलाओ को यह रोग हो जाता हैं तो ईससे गर्भ ठिक तरह से बढने नही पाता है और  भी कमजोर होता हैं होने वाला बालक कुपोषित होता हैं। ईसीलीए गर्भावस्था में महिलाओं को एनीमीया का ईलाज जल्द से जल्द करना चाहतीं।

हिमोग्लोबिन बढाने के घरेलू नुस्खे:-

 मनुक्का-  दस ग्राम बिज निकाली हुई मनुक्का सुबह खाली पेट खाने से हिमोग्लोबिन की मात्रा बढती हैं।

बैंगन -  बैंगन में आयर्न की मात्रा प्रर्याप्त रूप में होती हैं इसीलिए प्रतीदिन एक बैंगन का भुर्ता भोजन के साथ खाने से कुछ ही दिनों में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ जाती हैं।

How-to-increase-haemoglobin

मुंगफली -  मुंगफली के बिज रात को पानी में भिगोकर रखें सुबह थोडे गुड के साथ ईसे सेवन करें तो इससे भी हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने लगती हैं।

तील -  ढाईसौ ग्राम तिलों को लेकर थोडा सा भुन ले फिर ईसमे गुड मीलाकर ईसके लड्डू बनाकर रखें इसमें से एक एक लड्डू सुबह शाम खाएं तो एक सप्ताह में हीं हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने लगेगी।

बिटरूट - ताजे बिटरूट का रस लगभग पचास ग्राम सुबह के समय लगातार लेने से कुछ ही दिनों में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।

पालक -   पालक में भी आयर्न काफी मात्रा में पाया जाता हैं इसीलिए पालक का कीसी भी रूप में प्रतिदिन सेवन करना हिमोग्लोबिन बढ़ाने हेतु काफी मददगार साबित होगा।

छुआरा - चार पांच छुआरों को रात को एक ग्लास दुध में भीगोकर रखें सुबह छूआरे खाकर ऊपर से दूध भी पी लें इससे भी हिमोग्लोबिन की मात्रा काफी तेजी से बढ़ने लगती हैं।

शहद - शुद्ध शहद पांच ग्राम दूध में मिलाकर नित्य प्रति सुबह सेवन करने से हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ जाती हैं।

 चेरी - हिमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए चेरी का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता हैं ।प्रतीदिन दस दस ग्राम चेरी 🍒 खाने से शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा काफी तेजी से बढ़ने लगती हैं। और शरीर में नयी उर्जा बनने लगती हैं। 

टमाटर - टमाटर में लाइकोपीन नामक एक शक्तीशाली तत्व पाया जाता हैं। जीससे शरीर में नया खुन बनने में मदद होती हैं। नित्यप्रति टमाटर को कीसी भी रूप में सेवन करने से शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने लगती हैं।

आंवला - ताजे आंवलों के फल पचास ग्राम लेकर इनकी  गुठलियों को निकालकर फेंक दें। अब इन फलों को ज्युसर मशीन में डालकर इसका ज्युस बनाएं। इस ज्युस को सुबह खाली पेट और शाम को एक बार लेने से शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। यह एक बार का खुराक हैं।इसी तरह दिन में दो बार ताजा ज्युस बनाकर पिएं तो जल्द ही लाभ मिलेगा।

 सहीजन के पत्ते - सहीजने के पत्तों में प्रचुर मात्रा में आयर्न की मात्रा पाई जाती हैं। यह हिमोग्लोबिन बढ़ाने का सबसे सस्ता और आसान उपाय हैं। इसके लिए सहीजने के कोमल पत्ते लेकर इसकी सब्जी बनाकर सुबह-शाम खाएं। तों निश्चित ही कुछ ही दिनों में शरीर में हिमोग्लोबिन का घटा हुआ लेवल फीर से बढ़ने लगेगा।

अनार - प्रतीदिन एक पका हुआ अनार का फल खाने से शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ने लगती हैं। या फिर अनार के ताजे दाने सौ ग्राम लेकर उसे कीसी साफ कपड़े में लपेटकर इनका रस निचोड़ लें। इस रस को सुबह खाली पेट और शाम को एक बार पीने से शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।

आपके प्रश्न हमारे उत्तर

हिमोग्लोबिन की कमी से क्या होता हैं?

उत्तर- जब कीसी व्यक्ती के शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा ज़रूरत से कम होती हैं तो वह व्यक्ती दिन-ब-दिन कमजोर होता जाता हैं। उसे थोड़ा सा चलने पर भी थकावट महसूस होती हैं। और आंखों के आगे अंधेरा सा छा जाता हैं। इसके साथ ही शरीर के महत्वपूर्ण भागों में ऑक्सीजन की कमी पड जाती हैं।जीसे वक्ती धांपने लगता हैं।

हिमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

उत्तर- अगर किसी कारणवश शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा कम हो गई हैं तों इसे बढ़ाने के लिए आप मनुक्के, टमाटर,पालक, तथा उपर बताई गई चिजों का सेवन करके हिमोग्लोबिन की मात्रा बढा सकते हैं।

शरीर में हिमोग्लोबिन कितना होना चाहिए?

उत्तर- सामान्यतः पुरूषों में इसकी मात्रा 13.5 से लेकर 17.5 तक और स्त्रीयों में इसकी मात्रा 12 से लेकर 15.5 तक ठीक मानी जाती हैं।

केसे गुर्दा रोगियों में हिमोग्लोबिन बढ़ाएं?

उत्तर- गुर्दा रोगियों में हिमोग्लोबिन बढ़ाने का सबसे बेहतरीन उपाय है बथुआ का सेवन करना इससे दो लाभ रोगी को मील सकते हैं एक बथुआ के सेवन से गुर्दों की सुजन ठीक होती हैं और दुसरा हैं इससे शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा भी बढ़ने लगती हैं।

कौनसा खनीज हिमोग्लोबिन की निर्माण में मदद करता है?

उत्तर- शरीर में हिमोग्लोबिन के निर्माण के लिए दो तत्त्वों की जरूरत होती है आयर्न और ग्लोबुलीन प्रोटीन इन दोनों की मदद से शरीर में हिमोग्लोबिन का निर्माण होता है।

हिमोग्लोबिन में कौनसा खनीज पाया जाता हैं?

उत्तर- हिमोग्लोबिन में आयर्न ( लौह) नामक खनीज पाया जाता हैं।






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