घुटनों के दर्द के लिए घरेलू नुस्खे: 
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 नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है,

 दोस्तों  घुटनों का दर्द बुजुर्गों में दिखाई देने वाली आम समस्या जरूर है लेकिन यह बहुत ही कठीन और पिडा देने वाला रोग है जिसके कारण व्यक्ती ना तो ठीक तरह से चल सकता हैं ना बैठ सकता हैं और ना हीं सुकुन से निंद ले सकता हैं।  

 वैसे तो एलोपैथी में घुटनों के दर्द के लिए बहुत बहुत सारी दवाएं मौजूद हैं जिसका उपयोग करके हम घुटनों के दर्द में थोडे समय के लिए राहत पा सकते हैं। लेकिन जब दवा का असर समाप्त हो जाता हैं तों घुटने फिर से पिडा देते हैं। 

 हमारे प्राचीन आयुर्वेद के ग्रंथों में घुटनों के दर्द के लिए ईतने जबरदस्त और कारगर उपाय बताए हैं जीसका उपयोग करके हम घुटनों के दर्द को जड से दूर कर सकते हैं। केवल आयुर्वेद ही एकमात्र विकल्प हैं जिसका उपयोग करके जोड़ों के दर्द को सदा के लिए ठीक कीया जा सकता हैं। 

दोस्तों उपाय जानने से पहले हम यह जान लेते हैं की घुटनों के दर्द के कारण क्या क्या हो सकते हैं।
1) घुटनों में चोट लगना
2) फ्रैक्चर
3) मेनिस्कस का डेमेज होना
4) ह्रुमेटाईड आर्थराइटिस
5) गाउट

 यह कुछ प्रमुख कारण हैं इसके अलावा और भी बहुत सारे कारण हो सकते हैं।
 तों दोस्तों आज हम आपको घुटनों के दर्द के लिए बहुत ही सरल और कारगर 5 नुस्खे बतायेंगे जीससे आपके घुटने के दर्द में राहत मीलेगी ।  दोस्तों ये नुस्खे बिल्कुल आसान है और ये पुर्ण रुप से आयुर्वेदिक होने के कारण इससे कीसी भी तरह का कोई साईड इफेक्ट भी नहीं होगा ।

          तों दोस्तों नुस्खे ईस प्रकार है:-

 मेथीदाना:- 50 ग्राम मेथीदाना हल्का हल्का भुनले और कुट  पिसकर छानकर कीसी एअरटाईट डीब्बे में रखें इसमें से एक चम्मच यह पाउडर दिन में दो बार गुनगुने दूध या पानी के साथ लेने से घुटनों के दर्द में काफी राहत मिलेगी।

सोंठ:- सोंठ और हल्दी समान मात्रा में लेकर अच्छी तरह से कुट पिसकर छानकर रखें इसमें से एक चम्मच पावडर को गुनगुने पानी के साथ सुबह शाम सेवन करने से जोड़ों की सुजन को ये ठीक करता हैं।

दालचीनी:- दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व काफी मात्रा में पाां जाते हैं  इसका चूर्ण लगभग आधा ग्राम से एक ग्राम तक दिन में दो बार लेने से घुटनों की सुजन और दर्द में आराम मिलता है। जीन लोगों के शरीर में अतिरिक्त गर्मी बढ़ गई हैं या बार बार मुंह में छालें आंतें है तो ऐसे लोगों को इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

कलौंजी:-  एक ग्राम कलौंजी के चुर्ण को दिन में तीन बार गुनगुने पानी के साथ लेने से भी घुटनों के दर्द में आराम मिलता है।

परीभद्र:- परिभद्र के पत्तों को पीसकर ईसकी टिकिया सी बनाएं ईसको थोड़ा सा गर्म करके सहन होता हुआ घुटनों पर बांध दें उपर से पट्टी बांध दें ईस तरह से दिन में दो बार घुटनों पर बांधने से कुछ ही दिनों में घुटनों का दर्द और सुजन ठीक होती हैं।
बडी कंटकारी:- बडी कंटकारी का पंचांग लगभग दस ग्राम लेकर ईसे सौ ग्राम पानी में उबालें जब केवल बिस ग्राम पानी शेष रहें तब ईसको उतारकर छान लें और पी लें यह एक बार की मात्रा है। इसी तरह से दिन में दो बार इसे कुछ दिनों तक लगातार सेवन करें इससे पुराना से पुराना घुटनों का दर्द और सुजन ठीक होती हैं।

जिरा:- जिरा और अदरक का काढ़ा बनाकर सुबह-शाम थोडा सा गुड मीलाकर पिने से दर्र और सुजन में आराम मिलता हैं।

अलसी के बीज - अलसी के बीजों में अल्फा लीनोलेनीक एसीड काफी मात्रा में पाया जाता हैं। जो दर्दनिवारक का काम करता है इसके तेल से बने कयी पेन रिलीवर ऑएंटमेंट बाजार में उपलब्ध हैं। अलसी के पचास ग्राम बीजों कों साफ करके इसका चुर्ण बनाएं फिर इसमें इतनी ही मात्रा में मीश्री और दस ग्राम सोंठ का चूर्ण मिलाकर डिब्बे में रख दें। इस चुर्ण में से पांच पांच ग्राम चूर्ण को गर्म पानी या गर्म दूध के साथ सुबह-शाम कुछ सप्ताह तक सेवन करने से घुटनों का दर्द, सुजन ठीक होती हैं।
कार्वी - कार्वी के बिजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी तथा एनाल्जेसिक तत्व प्रचुर मात्रा में पाएं जाते हैं। इनके बिजों का कुट पिसकर चुर्ण बनाएं। इसमें से पांच पांच ग्राम चूर्ण को दूध के साथ सुबह-शाम लगातार कुछ सप्ताह तक सेवन करने से घुटनों का दर्द और सुजन ठीक होती हैं।
आक के पत्ते - आक का एक पत्ता लेकर उसपर थोड़ा सा एरंड का तेल चुपडकर पत्तों को गर्म करें। और इस पत्ते को गर्म गर्म ही घुटनों पर रख दें और ऊपर से पट्टी बांध दें तों इससे घुटनों का दर्द ठीक होता हैं। और सुजन भी ठीक होती हैं। यह प्रयोग दिन में दो तीन बार अवश्य करें। और रात को सोते समय भी करें। इससे जल्द ही लाभ मिलेगा।
रेनुक - रेनुक के बिजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व काफी मात्रा में होते हैं। इनके बिजों को छाया में सुखाकर बारीक पीसकर चूर्ण बनाकर इसमें बराबर मात्रा में मीश्री मीलाकर रखें इसमें से दो ग्राम चूर्ण को गर्म पानी अथवा गर्म दूध के साथ सुबह शाम लेने से घुटनों की पुरानी सुजन और दर्द में आराम मिलता हैं।


ईसके साथ साथ आपको कुछ चीजों का परहेज़ करना भी जरूरी है जैसे के:-

पथ्य और अपथ्य:-

ठंडी चीजें तैलीय पदार्थ खट्टे पदार्थ ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन ना करें। गर्म पानी का इस्तेमाल करें,ताजी सब्जियां और फलों का सेवन करें। करेला, सहीजन, कुसुम,का सेवन करें।
आपके प्रश्न हमारे उत्तर

घुटनों के दर्द में क्या खाना चाहिए?
उत्तर - घुटनों के दर्द में ताजी सब्जियां, करेले की सब्जी,सहीजने के पत्तों की सब्जी, तथा कुसुम के पत्तों की सब्जी, अदरक, लहसुन खाना चाहिए।

घुटनों के दर्द के लिए कौनसा तेल?
उत्तर - वैसे तो घुटनों के दर्द के लिए बाजार में बहुत सारे तेल आपको आसानी से मिल जाते हैं। लेकिन हम आपको प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथों में वर्णित एक दिव्य तेल के बारे में बतायेंगे। इसकी विधि इस प्रकार है। अलसी का तेल आधा पाव। तिल का तेल आधा पाव। कडवा तेल आधा पाव लेकर उसमें ढाई सौ ग्राम धतुरे का पंचांग डालकर तेल को सीद्ध करें इस तेल की मालिश घुटनों पर करने से घुटनों के दर्द और सुजन में आराम मिलता हैं।
घुटनों का दर्द उपाय होम्योपैथी?
उत्तर - घुटनों का दर्द ठीक करने के लिए होम्योपैथी चिकित्सा में हजारों रेमेडीज उपलब्ध हैं। जीसको रोगीयों के लक्षण के अनुसार उपयोग कीया जाता हैं। जैसे, रस टॉक्स - अगर घुटनों का दर्द चलने फिरने से ठीक होता हैं,  तो इस औषधि की 30  शक्ती की दो तीन बुंदे जीभ पर डालने से रोगी को आराम मिलता हैं। ब्रायोनीया - चलने फिरने से अगर घुटनों का दर्द बढ़ता है तो ब्रायोनीया 30 की दो तीन बुंदे दिन में दो तीन बार जीभ पर डालने से रोगी ठीक हो सकता हैं।इसी तरह आप, कोल्चीकम, एस्कुलस, ग्वाएकम, आदि औषधीयों का प्रयोग अपने डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं।

घुटने का दर्द उपाय आयुर्वेदिक?
उत्तर - आयुर्वेदा में घुटनों के दर्द के लिए बहुत सारी औषधीया हैं जैसे मेथीदाना, सोंठ, कार्वि, आदी हमने जो नुस्खे बतायें हैं उसमें से कुछ नुस्खों का उपयोग कर सकते हैं।

 तो दोस्तों ये आसान नुस्खे अपनायें और ईसका लाभ अवश्य लें तों दोस्तों मीलते है अगले आर्टिकल में एक और जानकारी के साथ ये आर्टिकल पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद..