खुरासनी अजवायन के फायदे और नुकसान

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   दोस्तों, खुरासनी अजवायन आयुर्वेदा की सबसे महत्वपूर्ण औषधि में से एक है। इसके औषधि गुण लाजवाब हैं। दिमागी रोगों में यह बहुत ही रामबाण और कारगर औषधि मानी जाती हैं। इसके क्षुप प्राय: पश्चीमी हिमालय में कश्मीर से लेकर गढवाल तक पाएं जाते हैं। इसके क्षुप , छोटे छोटे रोमों से युक्त, और तिव्र गंध वाले होते हैं। इसके सवा से तीन फीट तक लंबा,पत्ते 5-7 इंच तक लंबे और 2 इंच तक चौड़े होते हैं। इसपर हरितीमा लिए पुष्प आते हैं इन पुष्पों में बैंगनी रंग की छोटी छोटी धारियां होती हैं। पुष्प झडने के बाद इसपर फल आते हैं। फलों में बिज होते हैं और इसीका उपयोग औषधि के रूप में कीया जाता हैं। इसके पत्तों का उपयोग भी औषधि रूप में कीया जाता हैं। खुरासनी अजवायन के पत्तों और बिजों में हायोसायमीन और एट्रोपीन नामक क्रियाशील तत्व पाएं जाते हैं। इसका गुण अवसादक होता हैं।

विभिन्न नाम - बोटेनिकल नाम - Hyoscymus niger. अंग्रेजी नाम - Henbane, हिंदी नाम - खुरासनी अजवायन

मात्रा - पत्तों का चूर्ण एक से तीन रत्ती, बिजों का चूर्ण दो से पांच रत्ती।

गुणधर्म - आयुर्वेदानुसार खुरासनी अजवायन रूक्ष, ग्राही,मादक,चरपरा, वेदनाशामक, आक्षेपहर और निद्राकर माना जाता हैं। इसकी नामक क्रीया विशेषकर, मस्तिष्क,मुत्राशय, गर्भाशय, और आंतों पर होती हैं। इसके प्रयोग से शुरूआत में नाडी की गती बढ़ती है । लेकिन थोडी देर बाद निडीयां शांत हो जाती हैं और निंद भी अच्छी आती हैं। इसका मुख्य कारण हैं इसमें सरजीत हायोसायमीन नामक तत्व। यह मस्तिष्क पर सीधा असर डालता है और इससे शांत निद्रा आती हैं।

औषधीय उपयोग - 

सुतिका का उन्माद - प्रसव के बाद अगर किसी स्त्री को उन्माद जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई हैं तों इसके बिजों का चूर्ण देने से उन्माद शांत होता हैं।

पुराना उन्माद - बहुत दिनो से उन्माद रोग से पीड़ित रोगी कभी कभी इधर उधर भागने की चेष्टा करते हैं। या दिमागी उत्तेजन के कारण किसी को गाली गलौज करते हैं। कीसी को मारने की कोशिश करते हैं। ऐसी परिस्थिति में खुरासनी अजवायन बहुत ही फायदेमंद होता हैं। इसके बिजों का चूर्ण पांच रत्ती तक देने से उन्माद शांत होता है और रोगी को शांत निद्रा आती हैं।

अती कामुकता , शिघ्रपतन - कभी कभी कीसी व्यक्ती की कामवासना इतनी बढ़ जाती हैं की वह बिल्कुल अनियंत्रित हो जाता हैं। स्वप्न में विर्य अपने आप स्खलित हो जाता हैं। साथ ही शिघ्रपतन की समस्या भी उत्पन्न हो जाती हैं। तो ऐसी स्थिति में खुरासनी अजवायन का चूर्ण बहुत ही लाभदायक करता हैं। इससे अनियंत्रित कामवासना ठीक होती है। और विर्य का भी स्तंभन होता हैं।

सुखी खांसी - सुखी खांसी के कारण अगर कफ निकलने में कष्ट हो रहा हैं तो खुरासनी अजवायन के बिजों का चूर्ण वंशलोचन और दालचीनी के चुर्ण के साथ देने से कफ निकलकर रोगी को आराम मिलता हैं।

श्वास रोग - श्वास रोग और तिव्र खांसी में खुरासनी अजवायन का चूर्ण , सोंठ, कालीमिर्च, और छोटी पीपल के साथ लेने से आराम मिलता हैं।

सायटिका का दर्द - अगर किसी व्यक्ति को सायटिका का दर्द हो रहा हैं। तो खुरासानी अजवायन के बिजों का चूर्ण थोडी सी सौंठ मिलाकर खाने से दर्द ठीक होता हैं।

आर्थराइटिस - आर्थराइटिस के दर्द को दूर करने में खुरासनी अजवायन बहुत ही लाभदायक होता हैं। इसके बिजों का चूर्ण थोडी सी कालीमिर्च के साथ लेने से दर्द में काफी आराम मिलता हैं। इसके साथ ही इसके बिजों के चुर्ण में थोडी सी हल्दी और सेंधानमक मिलाकर दर्द वाले स्थान पर बाहर से लेप करें। इससे जल्द ही लाभ मिलेगा।

बवासीर के मस्से - बवासीर के मस्सों को इसके बिजों की धुनी देने से मस्सों में होने वाले तेज दर्द में आराम मिलता हैं।

पेशाब में दर्द होना - कभी कभी पेशाब की नली में ईन्फेक्शन होने के कारण पेशाब करते समय  असहनीय दर्द होता हैं। पेशाब थोडी थोडी मात्रा में बार बार आता हैं तो ऐसी स्थिति में खुरासनी अजवायन का चूर्ण गीलोय सत और मीश्री के साथ लेने से पेशाब संबंधित सभी समस्याएं ठीक होती हैं।

जोड़ों का दर्द और सुजन - अगर किसी व्यक्ति के जोड़ों में दर्द और सुजन आ गई है, तो खुरासानी अजवायन के बिजों का चूर्ण, थोडा कपुर और थोडी सी सौंठ का पेस्ट आपस में अच्छी तरह से घोंट कर इसका लेप जोड़ों पर लगाएं। इससे जोड़ों के दर्द और सुजन में काफी आराम मिलता हैं।

आपके प्रश्न हमारे उत्तर

खुरासानी अजवायन कहां मीलता है ?

उत्तर - खुरासानी अजवायन कीसी भी पंसारीयों के दुकान पर आसानी से मिल जाता हैं।

खुरासानी अजवायन के फायदे क्या हैं ?

उत्तर - खुरासानी अजवायन वेदना शामक, आक्षेपहर, और निद्राकर माना जाता हैं।  

खुरासानी अजवायन की मात्रा क्या हैं ?

उत्तर - खुरासानी अजवायन को बडी मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। इसके बिजों का चूर्ण एक से पांच रत्ती तक, और इसके पत्तों का चूर्ण एक से तीन रत्ती तक सेवन करें। या फिर किसी जानकार आयुर्वेद के वैद्य या डॉक्टर की सलाह से ही इसकी मात्रा लें।

खुरासानी अजवायन से दांतों का दर्द ठीक होता हैं ?

 उत्तर - जी हां, यह औषधि वेदना नामक मानी जाती हैं। खुरासानी अजवायन के बिजों की धुनी मुंह में रखकर लाल गिराने से दांतों के दर्द में राहत मिलती हैं।

निंद आने के लिए खुरासानी अजवायन लाभ करता हैं ?

 उत्तर - हां, खुरासानी अजवायन मस्तिष्क पर सीधा प्रभाव डालता है और मस्तिष्क की उत्तेजना को शांत करता हैं। इससे शांत निंद आती हैं।